लिवर शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग है. यह पाचन अच्छा रखने के साथ शरीर में उपस्थित टॉक्सिक (विषैले) तत्त्वों को बाहर निकालने का कार्य करता है. इससे कई गंभीर बीमारियों से बचाव होता है.आइए जानते है इसकी स्वास्थ्य का कैसे खयाल रखा जाए :-
मुख्य कार्य पाचन का
लिवर का मुख्य कार्य भोजन को पचाना होता है. लिवर में पित्त (बाइल) बनता है. इसमें कई प्रकार के रस होते हैं जिससे भोजन पचता है व शरीर का पीएच लेवल भी अच्छा रहता है. लिवर डीटॉक्सिफिकेशन का कार्य करता है. खानपान व दवाइयों के कारण शरीर में पहुंचने वाले विषैले तत्त्वों को बाहर भी निकालता है. इसके साथ ही संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया व वायरस को भी निष्क्रिय कर हमें सुरक्षित रखता है.
कैसे पहचानें लिवर रोग है?
लिवर के कई रोग होते हैं. अधिकांश बीमारियों के लक्षण भी अलग होते हैं. लेकिन इनके सामान्य व शुरुआती लक्षणों में भूख नहीं लगना, उल्टी होना, कमजोरी, जी मिचलाना व पीलिया जैसी समस्याएं दिखती हैं. समस्या बढ़ने पर पेट में पानी भरना, खून की उल्टी होना, शरीर में सूजन व बेहोशी आना. साथ ही एसिडिटी, अपच व कब्ज की समस्या भी लिवर रोगों में देखने को मिलती है.
क्या हैं कारण?
गलत खानपान, व्यायाम न करना, वायरस व बैक्टीरिया के इंफेक्शन से लिवर रोग होते हैं. कुछ दवाइयों का अधिक प्रयोग, ब्लड ट्रांसफ्यूजन से भी लिवर की बीमारी होती है. अन्य कारण भी हैं.
शराब जितनी खतरनाक बीयर?
बीयर से भी शराब की तरह लिवर को नुकसान होता है. लिवर के गंभीर रोगियों में 60-70 प्रतिशत मरीज किसी न किसी रूप में एल्कोहल लेते हैं या लेते थे. लिवर की समस्या से बचना है तो बीयर/शराब बिल्कुल ही न लें. इनसे दूर रहें.